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16 Mukhi Rudraksha With Silver Pendant With Lab Certificate

16 Mukhi Rudraksha With Silver Pendant With Lab Certificate

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উপকারিতা

১৬ মুখী রুদ্রাক্ষের উপকারিতা

১৬ মুখী রুদ্রাক্ষ হল শিবের শক্তিশালী ও অত্যন্ত বিরল এক রুদ্রাক্ষ, যা ভগবান মহাকাল বা হনুমানের আশীর্বাদ নিয়ে আসে বলে মনে করা হয়। এটি প্রচুর উপকারিতা নিয়ে আসে। নিচে বাংলা ভাষায় এর কিছু উল্লেখযোগ্য উপকারিতা দেওয়া হলো:

১. রক্ষা ও নিরাপত্তা প্রদান

১৬ মুখী রুদ্রাক্ষ ধারণকারী ব্যক্তিকে মারাত্মক বিপদ থেকে রক্ষা করে এবং দুর্ঘটনা ও অকাল মৃত্যু থেকে বাঁচায়। এটি নেতিবাচক শক্তির বিরুদ্ধে একটি শক্তিশালী ঢাল হিসেবে কাজ করে।

২. আত্মবিশ্বাস ও সাহস বৃদ্ধি

এটি আত্মবিশ্বাস বৃদ্ধি করে ও সাহসিকতা দেয়। যাঁরা কঠিন পরিস্থিতি বা ভয়ের সম্মুখীন হন, তাঁরা এটি পরলে মানসিক শক্তি ও সাহস পাবেন।

৩. আইনি সমস্যায় সুরক্ষা

১৬ মুখী রুদ্রাক্ষ ধারণকারী ব্যক্তি আইনি সমস্যা বা মামলার ক্ষেত্রে আশ্চর্যজনক ফলাফল পান। এটি আইনি ঝামেলা থেকে মুক্তি পেতে সহায়ক বলে মনে করা হয়।

৪. মানসিক শান্তি ও সুস্থতা

এটি মানসিক অস্থিরতা দূর করে ও শান্তি প্রদান করে। মানসিক চাপ ও উদ্বেগ কমায় এবং মনের স্থিরতা বজায় রাখতে সাহায্য করে।

৫. ব্যবসা ও আর্থিক উন্নতি

এটি ব্যবসায়িক ক্ষেত্রে উন্নতি ও আর্থিক স্থিতিশীলতা আনতে সহায়ক। ব্যবসায় সফলতা ও সমৃদ্ধি বৃদ্ধি করে বলে বিশ্বাস করা হয়।

৬. শারীরিক সুস্থতা

১৬ মুখী রুদ্রাক্ষ শরীরের শক্তি ও ইমিউনিটি বৃদ্ধি করে। এটি বিভিন্ন রোগের প্রতিরোধে সহায়তা করে এবং শারীরিক সুস্থতা বজায় রাখে।

৭. দূষিত শক্তি ও অভিশাপ থেকে মুক্তি

এই রুদ্রাক্ষ পরলে অভিশাপ, কুষ্ঠকাল, বা কোনো নেতিবাচক শক্তি থেকে মুক্তি পাওয়া যায় বলে মনে করা হয়।

ধারণ পদ্ধতি

  • সাধারণত সোমবার বা মঙ্গলবার, ভগবান শিব বা হনুমানের পুজো করে এটি ধারণ করা হয়।
  • রূপা বা সোনার মালায় এটি পরা যেতে পারে অথবা লাল সুতো দিয়ে ধারণ করা যেতে পারে।

এই রুদ্রাক্ষ ধারণের আগে অবশ্যই কোনও অভিজ্ঞ পুরোহিত বা জ্যোতিষীর পরামর্শ নেওয়া উচিত।

আশা করি এই তথ্যগুলি আপনার জন্য উপকারী হবে!

फ़ायदे

16 मुखी रुद्राक्ष के फायदे (16 Mukhi Rudraksha Benefits in Hindi)

16 मुखी रुद्राक्ष, जिसे "जय" रुद्राक्ष के नाम से भी जाना जाता है, एक अत्यधिक शक्तिशाली और दुर्लभ रुद्राक्ष है। यह रुद्राक्ष भगवान शिव और भगवान हनुमान के आशीर्वाद का प्रतीक माना जाता है। इसे पहनने से व्यक्ति को आत्मविश्वास, साहस और सफलता मिलती है। आइए जानें इसके प्रमुख लाभ:

1. भय और असुरक्षा से मुक्ति

16 मुखी रुद्राक्ष पहनने से व्यक्ति सभी प्रकार के भय, असुरक्षा और नकारात्मकता से सुरक्षित रहता है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपयोगी है जो भयभीत या असुरक्षित महसूस करते हैं।

2. कानूनी मामलों में जीत

यह रुद्राक्ष व्यक्ति को कानूनी मामलों में सफलता दिलाता है। यदि किसी पर मुकदमा चल रहा है या कोई कानूनी विवाद है, तो 16 मुखी रुद्राक्ष उसे सकारात्मक परिणाम देने में सहायक होता है।

3. आत्मविश्वास और साहस बढ़ाना

16 मुखी रुद्राक्ष साहस और आत्मविश्वास को बढ़ाता है, जिससे व्यक्ति किसी भी चुनौती का सामना आसानी से कर सकता है। यह मनोबल को बढ़ाता है और कठिन परिस्थितियों में स्थिरता प्रदान करता है।

4. रोगों से रक्षा

यह रुद्राक्ष कई शारीरिक और मानसिक बीमारियों से भी सुरक्षा प्रदान करता है। विशेष रूप से हृदय, त्वचा और मानसिक स्वास्थ्य के लिए इसे लाभकारी माना जाता है।

5. आध्यात्मिक विकास

16 मुखी रुद्राक्ष व्यक्ति के आध्यात्मिक विकास में सहायक होता है। इसे पहनने से साधक का मन एकाग्र रहता है और ध्यान में उन्नति होती है।

6. नेगेटिव एनर्जी से सुरक्षा

यह रुद्राक्ष व्यक्ति को नकारात्मक ऊर्जाओं, बुरी नजर और तंत्र-मंत्र से बचाता है। इसे पहनने से घर और व्यापार स्थल पर भी सकारात्मक ऊर्जा आती है।

7. सुख और समृद्धि लाना

16 मुखी रुद्राक्ष व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाता है। यह व्यापार में लाभ और नौकरी में उन्नति दिलाने में सहायक होता है।

कैसे पहनें 16 मुखी रुद्राक्ष?

  • इसे सोमवार या शनिवार को पूजा कर पहनना शुभ माना जाता है।
  • इसे गले में चांदी, सोने या पंचधातु की माला में धारण कर सकते हैं।
  • पहनते समय "ॐ हनुमते नमः" या "ॐ नमः शिवाय" का जाप करें।

सावधानियां:

  • रुद्राक्ष को नियमित रूप से साफ और शुद्ध करें।
  • धारण करते समय साफ-सफाई और मन की शुद्धि का ध्यान रखें।
  • शराब और मांसाहार से बचें।

यदि सही तरीके से धारण किया जाए, तो 16 मुखी रुद्राक्ष जीवन में अत्यधिक लाभ प्रदान कर सकता है।

Benefits

A 16 Mukhi Rudraksha is a rare and powerful bead in the Rudraksha family. It is associated with Lord Mahakaal, a form of Lord Shiva known as the conqueror of time and death. This Rudraksha is highly revered and is believed to bring blessings for protection, courage, and stability. Let’s explore its characteristics, benefits, and uses in more detail.

Features of 16 Mukhi Rudraksha:

  • Appearance: It has 16 natural lines or "mukhas" (faces) running from the top to the bottom of the bead.
  • Ruling Deity: Lord Mahakaal (a fierce form of Lord Shiva) and Lord Hanuman (for fearlessness).
  • Ruling Planet: It is often considered free from the effects of any specific planet, but it can be beneficial in dealing with issues related to Saturn (Shani).
  • Origin: It is primarily found in Nepal and Indonesia. Nepali beads are usually larger and have well-defined mukhas, while Indonesian beads are smaller.

Benefits of Wearing a 16 Mukhi Rudraksha:

  1. Protection: It acts as a shield against negative energies, fears, and accidents.
  2. Victory Over Enemies: It grants the wearer the power to defeat enemies, both internal (like fears and doubts) and external.
  3. Health Benefits: Believed to help in curing diseases related to the reproductive system and chronic ailments.
  4. Emotional Stability: Helps in overcoming grief, fear, and instability. It provides mental strength and courage.
  5. Spiritual Growth: Enhances spiritual awareness and aids in meditation. It brings peace of mind and removes obstacles from the spiritual path.
  6. Success in Legal Matters: It is said to favor the wearer in legal disputes and battles.
  7. Longevity: Known as "Mrityunjaya Rudraksha," it is believed to protect the wearer from untimely death.

How to Wear a 16 Mukhi Rudraksha:

  1. Purification: Before wearing, it should be cleaned with water or milk and then energized with prayers.
  2. Mantra: Chant the following mantra 108 times while holding the Rudraksha:
  3. Day to Wear: It is best to wear it on Monday, which is dedicated to Lord Shiva.
  4. Placement: It can be worn as a pendant, bracelet, or kept in a sacred space like a prayer room.
  5. Metal: Use a silver, gold, or silk thread chain for wearing the Rudraksha.

Who Should Wear a 16 Mukhi Rudraksha?

  • People dealing with chronic health issues.
  • Those seeking protection from enemies or legal challenges.
  • Individuals in high-risk professions requiring courage and protection.
  • Spiritual seekers and those pursuing inner peace and stability.

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The 16 Mukhi Rudraksha is known as the "Victory Bead." It is associated with Lord Mahakaal (Shiva) and offers powerful protection against fear, theft, accidents, and misfortune. It boosts inner strength, courage, and confidence. This bead is believed to promote longevity, prosperity, and success, enhancing spiritual growth and mental clarity.

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