Remedy Wearing Process

Gemstone বাংলা

1) আপনি যে রত্ন ধারণ করছেন সেই রত্নটি যে গ্রহের জন্য সেই গ্রহের যে দিন, সেই দিন স্নান করে, শুদ্ধ হয়ে ধারণ করুন। যেমন নীলা/নীলাম রত্ন ধারণ করবেন শনিবার, পোখরাজ ধারণ করবেন বৃহস্পতিবার, চুনি বা রুবি ধারণ করবেন রবিবার, মুক্ত ধারণ করবেন সোমবার,
ওপাল অথবা ফিরোজা ধারণ করবেন শুক্রবার, পান্না ধারণ করবেন বুধবার, কোরাল অথবা প্রবাল ধারণ করবেন মঙ্গলবার, কোরালাইন বা গৈরিক রত্ন ধারণ করবেন মঙ্গলবার, লাপিজ লাজুলি ধারণ করবেন শনিবার।

2) নীলা / নীলাম রত্নটি শুধুমাত্র কৃষ্ণপক্ষে ধারণ করতে হয়। বাকি রত্নগুলি শুধুমাত্র শুক্লপক্ষে ধারণ করতে হয়। কৃষ্ণপক্ষ এবং শুক্লপক্ষ আপনি ক্যালেন্ডার/ পঞ্জিকা থেকে পেয়ে যাবেন।

3) ধারণ করার সময়:

Pokhraaj : Thursday 6 am to 7.30 am or 12 pm to 3pm

Topaz : Friday 7.30 am to 10.30 am or 12 pm to 1.30pm

Neelam: Saturday 7.30 am to 9 am or 1.30 pm to 4.30 pm

Coral : Tuesday 10.30 am to 1.30 pm or 3 pm to 4.30 pm

Chuni/Ruby: Sunday 9 am to 11.30 am or 1.30 pm to 3 pm

Panna : Wednesday 6 am to 9 am or 4.30 pm to 6 pm

Mukto/Pearl : Monday 9 am to 10.30 am or 3 pm to 6 pm

4) ধারণ করার মন্ত্র :

ওম ব্রাম বৃহস্পতায় নমঃ (পোখরাজ)

ওম ঘ্রীনি সূর্যায় নমঃ (রুবি)

ওম বুম বুধায় নমঃ(পান্না)

ওম সোম সোমায় নমঃ (মুক্ত)

ওম সূং শুক্রায় নমঃ (ওপাল বা ফিরোজা)

ওম শাঁ শনিশ্চরায় নমঃ (নীলাম)

ওম অং অঙ্গারকায় নমঃ (প্রবাল/Coral)

রত্নটি ধারণ করার আগে কাঁচা দুধে ডুবিয়ে, গঙ্গা জলে পরিষ্কার করে ধুয়ে, বাম হাতে ধরে যে রত্ন টির জন্য যে মন্ত্রটি সেটি ১০৮ বার মিনিমাম উচ্চারণ করে তারপরে ধারণ করবেন। ধারণ করার দিন নিরামিষ খাবেন।।

Gemstone हिंदी

रत्न धारण करने के नियम और विधि:

  1. जिस ग्रह का रत्न आप धारण कर रहे हैं, उसे उस ग्रह के दिन पर, स्नान करके और शुद्ध होकर धारण करें। जैसे:
  • नीलम - शनिवार
  • पुखराज - गुरुवार
  • माणिक (रूबी) - रविवार
  • मोती (पर्ल) - सोमवार
  • ओपल/फिरोज़ा - शुक्रवार
  • पन्ना - बुधवार
  • मूंगा (कोरल) - मंगलवार
  • लाजवर्त (लापीज़ लाजुली) - शनिवार

2.नीलम केवल कृष्ण पक्ष में धारण करें।

  • बाकी सभी रत्न केवल शुक्ल पक्ष में धारण करें।
  • कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की जानकारी आपको कैलेंडर/पंचांग से मिल जाएगी।

3.धारण करने का समय:

  • पुखराज (Pokhraj): गुरुवार - सुबह 6 बजे से 7:30 बजे तक या दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक
  • टोपाज़ (Topaz): शुक्रवार - सुबह 7:30 बजे से 10:30 बजे तक या दोपहर 12 बजे से 1:30 बजे तक
  • नीलम (Neelam): शनिवार - सुबह 7:30 बजे से 9 बजे तक या दोपहर 1:30 बजे से 4:30 बजे तक
  • मूंगा (Coral): मंगलवार - सुबह 10:30 बजे से 1:30 बजे तक या दोपहर 3 बजे से 4:30 बजे तक
  • माणिक (Ruby): रविवार - सुबह 9 बजे से 11:30 बजे तक या दोपहर 1:30 बजे से 3 बजे तक
  • पन्ना (Panna): बुधवार - सुबह 6 बजे से 9 बजे तक या शाम 4:30 बजे से 6 बजे तक
  • मोती (Mukto/Pearl): सोमवार - सुबह 9 बजे से 10:30 बजे तक या दोपहर 3 बजे से 6 बजे तक

4धारण करने का मंत्र:

  • पुखराज (Pokhraj): ॐ ब्रां बृहस्पतये नमः
  • माणिक (Ruby): ॐ घृणिः सूर्याय नमः
  • पन्ना (Panna): ॐ बुम बुधाय नमः
  • मोती (Pearl): ॐ सोम सोमाय नमः
  • ओपल/फिरोज़ा (Opal/Firoza): ॐ सूं शुक्राय नमः
  • नीलम (Neelam): ॐ शं शनैश्चराय नमः
  • मूंगा (Coral): ॐ अं अंगारकाय नमः

रत्न को धारण करने से पहले उसे कच्चे दूध में डुबोकर गंगा जल से शुद्ध करें। इसके बाद बाएँ हाथ में रत्न को पकड़ें और उस रत्न से संबंधित मंत्र को कम से कम 108 बार जप करें। मंत्र जपने के बाद ही रत्न धारण करें। ध्यान दें, रत्न धारण करने वाले दिन केवल शाकाहारी भोजन करें।

Rudraksha বাংলা

শুক্লপক্ষের সোমবার, স্নান করে শুদ্ধ হয়ে রুদ্রাক্ষ ধারণ করতে হবে।

রুদ্রাক্ষ ধারণ করার সময়: সকাল ছয়টা থেকে সাড়ে সাতটা, সকাল ন'টা থেকে সাড়ে দশটা এবং দুপুর তিনটা থেকে ছয় টা ।

রুদ্রাক্ষ টি কাঁচা দুধে ডুবিয়ে গঙ্গা জলে ধুয়ে বাম হাতে ধরে ওম নমঃ শিবায় ১০৮ বার উচ্চারণ করে ধারণ করবেন ।

ধারণ করার দিন নিরামিষ খাবেন, প্রতি শনিবার নিরামিষ খাবেন।
স্নান করার সময় রুদ্রাক্ষ খুলে রাখবেন। অশৌচ হলে, শ্রাদ্ধ বাড়িতে গেলে , শ্মশানে গেলে খুলে রাখবেন। ল্যাট্রিন যাওয়ার আগে, রাতে শোওয়ার আগে রুদ্রাক্ষ খুলে রাখবেন। মহিলারা ধারণ করলে পিরিয়ডের সময় খুলে রাখবেন।

Rudraksha हिंदी

शुक्ल पक्ष के सोमवार को स्नान करके शुद्ध होकर रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।

रुद्राक्ष धारण करने का समय:
सुबह 6:00 से 7:30 बजे,
सुबह 9:00 से 10:30 बजे,
और दोपहर 3:00 से 6:00 बजे।

धारण करने की विधि:
रुद्राक्ष को कच्चे दूध में डुबोकर गंगा जल से धो लें। फिर बाएँ हाथ में पकड़कर "ॐ नमः शिवाय" मंत्र को 108 बार जप करें। इसके बाद रुद्राक्ष धारण करें।

विशेष नियम:

  • रुद्राक्ष धारण करने वाले दिन केवल शाकाहारी भोजन करें।
  • हर शनिवार शाकाहारी भोजन करें।
  • स्नान करते समय रुद्राक्ष उतार दें।
  • अशौच के समय, श्राद्ध में, श्मशान जाने पर, या शौचालय जाने से पहले और रात में सोते समय रुद्राक्ष उतार दें।
  • महिलाएँ यदि रुद्राक्ष धारण करती हैं, तो मासिक धर्म के समय इसे उतार दें।

Pyramid বাংলা

আপনি যে দিকের জন্য পিরামিড টি অর্ডার করেছেন সেইদিকের দেওয়ালে পিরামিডটি টাঙিয়ে রাখবেন অথবা সেই দিকে কোনো টেবিলের ওপর বা তাকের উপর রাখবেন। বাড়ির ভেতরে রাখবেন অবশ্যই। বাড়ির বাইরে নয়। রাখার বা টাঙ্গানোর আগে বাম হাতে ধরে ওম নমঃ শিবায় ১০৮ বার উচ্চারণ করে নিজের যেকোনো একটি ইচ্ছা বলে তারপরে রাখবেন। স্নান করে শুদ্ধ হয়ে এটি করবেন।

Pyramid हिंदी

जिस दिशा के लिए आपने पिरामिड ऑर्डर किया है, उसे उसी दिशा की दीवार पर टांगें या उसी दिशा में किसी टेबल या शेल्फ पर रखें। इसे घर के अंदर ही रखें, बाहर नहीं।

पिरामिड रखने या टांगने से पहले इसे बाएँ हाथ में पकड़ें, "ॐ नमः शिवाय" मंत्र को 108 बार जप करें और अपनी कोई एक इच्छा व्यक्त करें। यह कार्य स्नान करके शुद्ध होकर करें।

Bracelet বাংলা

স্নান করে শুদ্ধ হয়ে, ব্রেসলেট টিকে আপনি সূর্যের / চাঁদের আলোয় রাখবেন দেড় ঘন্টা। দেখবেন যেন বৃষ্টির জল না লাগে। এরপর এটিকে বাঁ হাতে ধরে নিজের মনের ইচ্ছা বলে আপনি ডান হাতে ধারণ করবেন।

Braclet हिंदी

Aap naha ke shudh hoke dharan kijiyega and dharan karneke din Surya ka dhup mein / Chand ki roshni mein bracelet ko rakhiye, (1.5 hours). Rakhne ke time Barish ki paani nahi lagna chahiye, uske baad, bracelet ko haat mein lekar maan ka wish (Money,success etc.) bolke pehen lijiye.

स्नान करके शुद्ध होकर, ब्रेसलेट को आप सूरज / चांद की रोशनी में डेढ़ घंटे तक रखें। ध्यान रखें कि उस पर बारिश का पानी न लगे। इसके बाद इसे बाएँ हाथ में पकड़कर अपनी मन की इच्छा बोलें और फिर दाएँ हाथ में पहन लें।